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AAlex works at a clothing store. There is a large pile of socks that must be paired by color for sale. Given an array of integers representing the color of each sock, determine how many pairs of socks with matching colors there are. For example, there are   socks with colors  . There is one pair of color   and one of color  . There are three odd socks left, one of each color. The number of pairs is  . .AFunction Description Complete the  sockMerchant  function in the editor below. It must return an integer representing the number of matching pairs of socks that are available. asockMerchant has the following parameter(s): n : the number of socks in the pile ar : the colors of each sock .Input Format The first line contains an integer  , the number of socks represented in  . The second line contains   space-separated integers describing the colors   of the socks in the pile. Constraints  where  .Output Fo...

मॉनसून 2019 मॉनसून 2019 सम्पूर्ण भारत का मॉनसून पूर्वानुमान

मॉनसून 2019 मॉनसून 2019 सम्पूर्ण भारत  का मॉनसून पूर्वानुमान | Weather Team देश भर में बने मॉनसून  चितौड़गढ़, विदिशा तथा पूर्वी मध्य प्रदेश पर बने निम्न दबाव क्षेत्र के मध्य भागों और इससे सटे छत्तीसगढ़, जमशेदपुर, बालासोर से दक्षिण-पूर्वी दिशा में बढ़ते हुए बंगाल की खाड़ी के पूर्व-मध्य भागों तक फैली हुई है। इस ट्रफ रेखा से दक्षिण-पूर्वी राजस्थान और इससे सटे भागों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। दूसरा चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तरी ओडिशा और इससे सटे गंगीय पश्चिम बंगाल और झारखंड पर बना हुआ है। एक अन्य चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र कच्छ और दक्षिणी सिंध के भागों पर बना हुआ है। इसके बीते 24 घंटों के दौरान, गुजरात, विदर्भ, उत्तरी तेलंगाना और पश्चिमी मध्य प्रदेश के भागों में मॉनसून की व्यापक स्थिति देखी गई। कोंकण-गोवा और मध्य महाराष्ट्र के भागों में मॉनसून सक्रिय बना रहा। वहीं तेलंगाना के कुछ स्थानों, कर्नाटक के तटीय भागों, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ सहित हिमाचल प्रदेश के कुछ भागों में मॉनसून की सामान्य स्थिति देखी गई। मध्य और दक्षिण केरल,...

चंद्रयान-2,

Chandrayan-2: चांद के और करीब पहुंचा चंद्रयान-2, जानिए-           पता लगाएगा गुरुवार की रात उपग्रह को पृथ्वी की अगली कक्षा में प्रवेश कराया गया। 29 जुलाई को तीसरी बार चंद्रयान-2 की कक्षा को बदला जाएगा।   बेंगलुरु, प्रेट्र।  Chandrayaan-2  उपग्रह गुरुवार की रात सफलतापूर्वक चंद्रमा की तरफ और एक कदम बढ़ गया। अंतरिक्षयान पर लगे प्रणोदन प्रणाली के जरिए गुरुवार-शुक्रवार की रात एक बजकर आठ मिनट पर दूसरी बार उपग्रह की कक्षा को बदलते हुए उसे सफलतापूर्वक पृथ्वी की अगली कक्षा में प्रवेश कराया गया। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने बताया कि कक्षा बदलने की यह प्रक्रिया लगभग 15 मिनट तक चली। की ऊंचाई पर जीएसएलवी-मैक 3 रॉकेट से अलग हो गया था और चक्कर लगा रहा था। बुधवार 24 जुलाई को पहली बार उपग्रह को पृथ्वी की अगली कक्षा में भेजा गया था। शुक्रवार को दूसरी बार उसके कक्षा में बदलाव किया गया। छह अगस्त तक अभी और दो बार चंद्रयान-2 की कक्षा (ऑर्बिट) को बदला जाएगा। चंद्रयान-2 पृथ्वी की कक्षा से 14 अगस्त को चंद...